दरअसल शारदा सिन्हा जो कि बिहार से हैं और वह लोग और शास्त्रीय गायिका हैं उन्हें बिहार की कोयल कहा जाता है। उनकी तबीयत काफी समय से गंभीर चल रही थी और वह दिल्ली की ऐम्स हॉस्पिटल में दाखिल थी कल रात सोमवार को उनके अचानक से ऑक्सीजन का लेवल कम होने की वजह से उन्हें प्राइवेट रूम से वेंटिलेटर रूम में एडमिट कर दिया गया था पर आज 5 नवम्बर को रात के साढ़े 9 बजे उनकी मौत हो गई। उनकी मौत के बारे में एम्स के एक अधिकारी ने बताया के , “शारदा सिन्हा की रात 9.20 बजे सेप्टीसीमिया के कारण रिफ्रैक्टरी शॉक के कारण मृत्यु हो गई है।”जिसके कारण सारे देश में एक सोग की लहर उमर आई। इसी वजह से उनके पुत्र अंशुमन सिन्हा भी रोते हुए दिखाई दिए तो वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे फोन पर बातचीत की और उन्हें संजंम और विश्वास बनाई रखने को कहा। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 को हुआ और वह मुख्य रूप से मैथिली और भोजपुरी भाषा में गाती हैं उन्होंने विवाह गीत छठ गीत जैसे कई क्षेत्र में गीत गए हैं उनका संगीत में इतने बड़े योगदान के लिए पद्म श्री पुरस्कार भी मिला। उनको दो 2018 में गणतंत्र दिवस पर बात के तीसरे सबसे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।